उत्तर प्रदेश का ग़ाज़ियाबाद. यहां चीफ़ मेडिकल ऑफिसर (CMO) ने पुलिस से शिकायत की थी कि अस्पताल में भर्ती कोरोना के छह संभावित मरीज़ वॉर्ड में नंगे घूमते हैं और महिला स्टाफ को अश्लील इशारे करते हैं. ये लोग तबलीगी जमात की निज़ामुद्दीन मरकज़ से संबंधित हैं. अब यूपी सरकार ने इन लोगों पर ‘रासुका’ यानी राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत केस दर्ज करने का आदेश दिया है.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसकी जानकारी देते हुए कहा,
ये न कानून को मानेंगे, न व्यवस्था को मानेंगे, ये मानवता के दुश्मन हैं. जो इन्होंने महिला स्वास्थ्यकर्मियों के साथ किया है, वो जघन्य अपराध है. इन पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) लगाया जा रहा है. हम इन्हें छोड़ेंगे नहीं.
CMO ने शिकायत में क्या कहा
आरोप है कि जमाती मरीज़ दवाएं भी नहीं खा रहे हैं और समझाने के बावजूद ग्रुप में बैठते हैं. पहले ज़िला अस्पताल ने CMO को चिट्ठी लिखी. बाद में CMO ने ग़ाज़ियाबाद की घंटाघर कोतवाली पुलिस से इसकी शिकायत की, जिस पर केस दर्ज कर लिया गया. CMO ने अपनी चिट्ठी में कहा
उपरोक्त विषयक आपसे अनुरोध करना है कि इस चिकित्सालय में तैनात स्टाफ़ नर्सों द्वारा अपने पत्र दिनांक 01/04/2020 में लिखित रूप से अवगत कराया गया है. इस चिकित्सालय में आइसोलेशन वॉर्ड में कोरोना वायरस से संभावित जमाती मरीज़ वॉर्ड में बिना पैंट के नंगे घूम रहे हैं. वॉर्ड में गंदे व अश्लील गाने सुन रहे हैं तथा स्टाफ़ नर्सों और कर्मचारियों से बीड़ी-सिगरेट की मांग कर रहे हैं. महिला कर्मियों से अश्लील इशारे कर रहे हैं. ऐसी स्थिति में चिकित्सालय से उनका इलाज करना संभव नहीं हो पा रहा है. अतः आपसे अनुरोध है कि कृपया ऐसी गंभीर स्थिति को देखते हुए इस संबंध में अपने स्तर से प्रभावी कार्यवाही करने/ कराने का कष्ट करें, ताकि उन्हें संयमित रखकर उनका उपचार किया जा सके.
इसके अलावा यूपी सरकार ने लॉकडाउन के दौरान पुलिसवालों पर हमला करने पर भी ‘रासुका’ के तहत कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं.